Karuna nidhan bharat ji ke bhaiyaa ,hindi ram bhajan
LYRICS
करुणा निधान भरत जी के भइया
तुम मेरी नइया के पार लगिया
जब रे नाव किनारे पे आई बैठ गए लक्ष्मण दोनों भइया तुम मेरी। .........
जब रे नाव बिच भवरो में आई चले चले पवन पुरविया तुम मेरी। .....
जब रे नाव परली पारो पे पहुंची उतर गए लक्ष्मण दोनों भइया तुम मेरी। ...
हाथ की अंगूठी सीता माता ने दीन्ही लो केवट अपनी उतरिया तुम मेरी .......
. हाथ की अंगूठी मइया हमे नहीं लेनी हमरी बना दो वैकुण्ठ नगरिया तुम मेरी। ...
. मन ही मन सीता मइया मुस्काई देखी केवट तेरी चतुरिया तुम मेरी। ....
WATCH VEDIO
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ