कैसा जमाना आया हे सखी ||| DEHATI GEET MALA LYRICS
कैसा जमाना आया हे सखी || lyrics
बड़ी मुश्किल ते हे पाला छोरा नई बहु का अलगढ़ टोरा
मै तो मर पड़ के ने ब्याहा हे सखी कदर। .......
. कर मजदूरी उठा टोकरी बहु बेटा दिए लगा नौकरी
या बूढ़े की काया बूढी हो गई हे सखी कदर। .........
एक दिन पत्नी पति से बोली अलग डाल दो इनकी खटोली
ना बहु ने सुसरा भाया हे सखी कदर। .......
खांसी उठे बदबू आवे देख देख मेरा जी मचलावे
मारण का उपाय बताया हे सखी। .......
खोद खड़ा फेर कर ली त्यारी पोता सुने था
बात यो सारी उसने भी फावड़ा ठाया हे सखी। ........
पिता पुत्तर ते बुझे भाई क्यूँ तने धरती खोद बगाई
उस बालक ने बतलाया हे सखी कदर। .....
जब तुम बुड्ढे हो जाओगे इसमें दफनाए जाओगे
मने पहले त्यार बनाया हे सखी कदर। ....
सुन के वचन पति थर्राए अपने कर्मो पे घने पछताए वो पोते ने दादा बचाया हे सखी. . . . . . . . . . .
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1 टिप्पणियाँ
Sahi h ji
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