पीहर न जाओ गोरा pihar na jao gaura

dosto ye ek bahut hi pyara bhajan hai jo ki hai pihar na jao gaura bhajana , new bhajana shiva,shiva new bhajna

LYRICS 


पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है
भूख बिना स्वाद नहीं प्यार बिना मेल नहीं
बिन बुलाए आदर नहीं बिन बुलाए नहीं जाना है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

भाई तेरा आया नहीं न्योता भिजवाया नहीं
ओर हमको बुलाया नहीं बिन बुलाए नहीं जाना है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

भोले जी की एक न सुनी गोरा पीहर को चली
गोरा सज धज के चली बड़ा यज्ञ रचाया है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

भोले जी दयालु बड़े भोले जी कृपालु बड़े
नन्दी को तैयार किया घर दक्ष के जाना है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

गोरा जी वहां पहुंच  गई दरवाजे पे मैया खड़ी
गोरा ने प्रणाम किया मैया ने मुख मोड़ा है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

छोटी बहना यूं बोली अकेली काहे आई हो
तू सबसे है न्यारी तेरा कहां वह भिखारी है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

भोले जी की निंदा हुई गोरा को सहन ना हुई
अग्नि में कूद पड़ी तन अपना जलाया है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है

भोले जी को पता चला तांडव रचाया है
काट दिया सर दक्ष का सिर बकरे का लगाया है
पीहर न जाओ गोरा तेरा मेरा निरादर है


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