Kheti hum bhi bovenge satguru bhajan lyrics



LYRICS 

गुरूजी ऐसी कृपा करियो 
खेती हम भी बोयेंगे 
खेती हम भी बोयेंगे 
कि खेती हम भी बोयेंगे 
सतगुरु  ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 

सिमरन करके जगह बनई 
सब सांगत ने बीज बवाई
बीज करम का बोवेंगे 
रे बीज करम का बोवेंगे 
सतगुरु  ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 
मेरे गुरु ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 

रिम झिम रिम झिम मेघा बरसे 
यहाँ पर अमर बेल लहरावे 
अमर फल हम भी खावेंगे 
अमर फल हम भी खावेंगे 
सतगुरु  ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 
मेरे गुरु ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 

बावाजी ने अमर ताल खुदवाया 
वहां पर अमर नीर भरवाया 
पांचो कपडे धोवेंगे
पांचो कपडे धोवेंगे  
सतगुरु  ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 
मेरे गुरु ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 

बावाजी ने सत का द्वार बताया 
वहां पर आके सिंहगासन लगाया 
दर्शन हम भी पावेंगे 
दर्शन हम भी पावेंगे 
सतगुरु  ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 
मेरे गुरु ऐसी कृपा करना 
खेती हम भी बोयेंगे 


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