भात की चिट्ठी पढ़ के नरसी आंख्या में भर लाया नीर Kusum Chauhan bhajan lyrics

Bhaat ki chhithi padhkar narsi ankhya me bhar laya neer kusum chauhan bhajan lyrics 



Bhaat ki chhithi padhkar narsi ankhya me bhar laya neer kusum chauhan bhajan lyrics 

भात का चिट्ठी पढ़कर नरसी आंख्या में भर लाया नीर 
सांवरिया मेरी लाज बचा ले मेरा मनवा होया अधीर

भरी सभा में घिरी द्रोपती उन्हें तेरा ही नाम पुकारा 
पल की देर करी ना कान्हा  तने आ  कर दिया सहारा 
सांवरिया मेरी लाज बचा ले मेरा मनवा होया अधीर

हार गया दुशासन बैरी तने आन बढ़ाया  चीर 
सांवरिया मेरी लाज बचा ले मेरा मनवा होया अधीर

ओ सांवरिया तेरा यार सुदामा तने  उस का मान बढ़ाया 
कर दिए उसके बारे न्यारे झोपड़ का महल बनाया 
बांध पोटली  चावल लाया तन्ने  खाई समझकर खीर 
सांवरिया मेरी लाज बचा ले मेरा मनवा होया अधीर

अरे कैसे जाऊं भात भरण में हो मेरे पैसे की लाचारी 
अरे टेर सुनो मेरी मुरली वाले आज आई मुसीबत भारी 
रामा बेटी रोती होगी वाके ना मां जाया बीर 
सांवरिया मेरी लाज बचाने मेरा मनवा हो या अधीर

मैं सुनी रे धन भाग्य का मारा तू जाने से गिरधारी 
जो ना गया में भात भरण ने के कहगी दुनिया सारी 
हो मैं भी आ गया तेरी शरण में तेरे नाम का बना फकीरे 
सांवरिया मेरी लाज बचा ले मेरा मनवा हो या अधीर

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