Devi bhajan lyrics in hindi दिन की उगन किरण की बेला

Devi jas geet bhajan lyrics in hindi



Devi bhajan lyrics in hindi

दिन की उगन किरण की बेला सुरहिन बन को जय हो मां एक वन डगरी सुरहीन दो बन डगरी तीजन पहुंची जय हो मां एक मुख चरलय सुरहिन दो बन चरलय चीजें में सिंह दहाड़ हो मां बहुत दिनों से सुरहिन छल कर दिनहो आज बनी मोरे दाव हो मां आज की चूक मना लो वारे सिंगा घर बछड़ा नादान हो मां को है जो सुरहिन तोरी देत गवाही को है देत जबान हो मां चंदा सूरज मोरी देत गवाही वनस्पति देश गवाह हो मां एक बन डगरी सुरहीन दो बन डगरी खिरकि आन रंभाई हो मां आजा मोरे बछड़ा पीले मेरो दुधवा सिंहा वचन भरवाए हो मां बचन का दूधला ना पिए माता चलहें तुम्हारे साथ हो मां रेशम पाट की टोरी गिरैयां बछला भए अगबान हो मा ऊंची डगर पर देखें वारो सिंगा सूरहिन आज हु ना आई हो मां सप्त की सांची सुरहीन वचन की बांधी एक गई दो आई हो मां पहले मामा हम को भक लो पीछे हमारी माई हो मां को है भनेजा तोहे सुध बुध दीनही को है भरे तोरे कान हो मां देवी ज्वालपा सुध बुध दिनी लंगडी लागे मोरे कान हो मां चांदी से चारो खुड़ी मढवा दऊ सोने से दोऊ सींग हो मां चरने को कजरी बन दिनहो पीने को सागर ताल हो मां सो गऊ आगे सो गऊ पाछे बनियों बगड़ के सांड हो मां सुमर सुमर मैया तेरो जस गावे चरण छोड़ कहां जाऊं हो मां

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